सबसे बडा कौन ??
एक साधू रस्त्याने जात होता व त्याच रस्त्याच्या कडेला एक
शेतकरी पृथ्वी मातेची पूजा करता होता.तेव्हा त्या साधूने
शेतक-याला विचारले क्या कर रहे हो।
तेव्हा तो शेतकरी सांगतो,धरती मॉं की पूजा करता हुं,क्यों कि ये
सबको अनाज देती हैं। ये सबसे बडी हैं इसलिए मैं
इसकी पूजा करता हुं। तेव्हा तो साधू
म्हणतो,पृथ्वी कायकी बडी । वो तो शेष माथे पे खडी ॥
तो बोले,हम शेष की पूजा करेंगे । शेष काय
का बडा वो तो शंकरजी के गले में पडा। तो बोले हम भगवान
शंकरजी की पूजा करेंगे।शंकर काय का बडा वो तो नंदी के उपर
बैठा।तो हम नंदी की पूजा करेंगे.नंदी काय का बडा नंदी काय
का बडा वो तो कैलास पर्वतपर खडा । फिर हम कैलास पर्वत
की पुजा करेंगे। कैलाश कायका बडा कैलाश
कायका बडा वो तो रावण ने तीन बार उखाडा । तो बोले हम
रावण की पूजा करेंगे। रावण कायका बडा रावण काय
का बडा वो तो वाली के बगल में का किडा । तो हम
वाली की पुजा करेंगे । वाली कायका बडा वाली काय का बडा ।
उसको राम ने एक बाण से उखाडा । तो हम
रामजी की पुजा करेंगे । राम कायका बडा राम
कायका बडा वो तो वसिष्ठजी के चरणो में पडा।
तात्पर्य - सदगुरु शिवाय तरणोपाय नाही.सद्गुरु हेच सर्वातश्रेष्ठ आहेत.
एक साधू रस्त्याने जात होता व त्याच रस्त्याच्या कडेला एक
शेतकरी पृथ्वी मातेची पूजा करता होता.तेव्हा त्या साधूने
शेतक-याला विचारले क्या कर रहे हो।
तेव्हा तो शेतकरी सांगतो,धरती मॉं की पूजा करता हुं,क्यों कि ये
सबको अनाज देती हैं। ये सबसे बडी हैं इसलिए मैं
इसकी पूजा करता हुं। तेव्हा तो साधू
म्हणतो,पृथ्वी कायकी बडी । वो तो शेष माथे पे खडी ॥
तो बोले,हम शेष की पूजा करेंगे । शेष काय
का बडा वो तो शंकरजी के गले में पडा। तो बोले हम भगवान
शंकरजी की पूजा करेंगे।शंकर काय का बडा वो तो नंदी के उपर
बैठा।तो हम नंदी की पूजा करेंगे.नंदी काय का बडा नंदी काय
का बडा वो तो कैलास पर्वतपर खडा । फिर हम कैलास पर्वत
की पुजा करेंगे। कैलाश कायका बडा कैलाश
कायका बडा वो तो रावण ने तीन बार उखाडा । तो बोले हम
रावण की पूजा करेंगे। रावण कायका बडा रावण काय
का बडा वो तो वाली के बगल में का किडा । तो हम
वाली की पुजा करेंगे । वाली कायका बडा वाली काय का बडा ।
उसको राम ने एक बाण से उखाडा । तो हम
रामजी की पुजा करेंगे । राम कायका बडा राम
कायका बडा वो तो वसिष्ठजी के चरणो में पडा।
तात्पर्य - सदगुरु शिवाय तरणोपाय नाही.सद्गुरु हेच सर्वातश्रेष्ठ आहेत.
प्रमाण
- १}
सकळ
देवांचे
दैवत
।
सद्गुरुनाथ
एकला
॥
२} राम केला ब्रम्हज्ञानी ।वसिष्ठ मुनी तारक ॥ तुकाराम महाराज ॥
२} राम केला ब्रम्हज्ञानी ।वसिष्ठ मुनी तारक ॥ तुकाराम महाराज ॥
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